मिले बहुत शीघ्र या कुछ समय लगे, सब बाधाओं को ठुकराते ही चलें। मिले बहुत शीघ्र या कुछ समय लगे, सब बाधाओं को ठुकराते ही चलें।
विस्मृत कर दें कटुक पलों को, सदा प्रफुल्लित रखना है मन। विस्मृत कर दें कटुक पलों को, सदा प्रफुल्लित रखना है मन।
भ्रातृ-प्रेम होता है कैसा यह रामकथा बतलाती है धर्म हेतु पुत्र मोह करें न हमें ऐसा पाठ भ्रातृ-प्रेम होता है कैसा यह रामकथा बतलाती है धर्म हेतु पुत्र मोह करें न हमें...
देह को बस घसीट रहा हूं, अपने मिटने के और उनसे मिलने के इंतजार में......! देह को बस घसीट रहा हूं, अपने मिटने के और उनसे मिलने के इंतजार में.........
वह ममता की मूरत, या प्रेम की छवि होती है। वह ममता की मूरत, या प्रेम की छवि होती है।
फिर भी पूछो आज भी मां से मुझे बुरा कभी बताया नहीं। फिर भी पूछो आज भी मां से मुझे बुरा कभी बताया नहीं।